एक बार एक ब्राहमण मर गया, वो स्वर्ग के वेटिंग लाइन में खडा था
उसके आगे एक काला चश्मा जींस, लेदर जैकेट पहन कर एक? जाट खडा था।
धर्म राज जाट से - कौन हो तुम?
जाट - मैं हरियाणा रोडवेज का ड्राइवर हूँ
धम॔राज - ये लो सोने की शाल और अंदर जाकर गोल्डन रूम ले लो !
धम॔राज ब्राहमण से - कौन हो तुम?
ब्राहमण - मैं ब्राहमण हूँ, और 40 सालो से लोगों को भगवान के बारे में बताया करता था !
धम॔राज - ये लो सूती वस्त्र और अंदर जा कर छप्पर में अपना स्थान ग्रहण करो।
ब्राहमण - भगवान, ये तो गलत है, ये तेज गति से गाड़ी चलाने वाले को सोने की शाल और जिसने पूरा जीवन भगवान का ज्ञान दिया उसे सूती वस्त्र?
धम॔राज - परिणाम मेरे बच्चे परिणाम..... जब तुम ज्ञान देते थे उस वक्त सभी भक्त सोते रहते थे
लेकिन जब यह जाट बस को तेज गति से चलाता था तब सब लोग सच्चे मन से भगवान को याद करते थे
हमेशा परफॉरमेंस देखी जाती है पोजीशन नहीं।